श्री जडेश्वर महादेव मंदिर – मोरबी, गुजरात का आध्यात्मिक केंद्र
27/06/2025
(जडेश्वर महादेव मंदिर | मोरबी के प्रसिद्ध मंदिर | स्वयंभू शिवलिंग | रतन टेकरी वांकेनेर | शिवभक्तों का तीर्थ)
गुजरात राज्य के मोरबी जिले में स्थित "श्री जडेश्वर महादेव मंदिर" एक पवित्र स्थान है, जहाँ एक स्वयंभू शिवलिंग "जडेश्वर दादा" के रूप में पूजित होता है। यह मंदिर 500 वर्ष से भी अधिक पुराना है और मान्यता है कि यहाँ आने से सिरदर्द जैसी पीड़ाओं से मुक्ति मिलती है।

मंदिर का इतिहास और स्थापना
यह मंदिर एक चमत्कारी घटना से जुड़ा है जहाँ सजनपर गांव की एक गाय रतन टेकरी पर जाकर दूध गिराने लगी, जिससे शिवलिंग और एक तीर प्रकट हुए। बाद में विक्रम संवत 1869 (ई.स. 1813) में जामनगर के राजा जाम रावल ने मंदिर का निर्माण करवाया।
मंदिर के मुख्य देवता
- स्वयंभू शिवलिंग (जडेश्वर दादा)
- नंदी देवता
स्थापत्य और विशेषताएँ
- नागर शैली में निर्मित शिवालय
- मरु-गुर्जर स्थापत्य की झलक
- सुंदर मंडप, गर्भगृह और शिखर
- नंदी मंदिर और ओपन मंडप व्यवस्था

पूजन विधि और आरती समय
रोजाना पूजन समय:
सुबह: 5:00 AM – 6:00 AM
दोपहर: 11:00 AM
शाम: 6:00 PM – 7:00 PM
विशेष अनुष्ठान: हर श्रावण सोमवार और महाशिवरात्रि को ध्वजारोहण, दीपमाला, भजन-कीर्तन और भव्य आरती का आयोजन होता है।
कैसे पहुँचें
- स्थान: रतन टेकरी, वांकेनेर तालुका, मोरबी जिला, गुजरात
- निकटतम रेलवे स्टेशन: वांकेनेर (12 किमी) और मोरबी (25 किमी)
- निकटतम हवाई अड्डा: हीरासर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, राजकोट (51 किमी)
- GSRTC बस, ऑटो-रिक्शा और टैक्सी उपलब्ध
ठहरने और भोजन की सुविधा
- रफालेश्वर मंदिर धर्मशाला – रूम्स और भोजन सुविधा
- ट्रिमंदिर (मोरबी) – शांति पूर्ण वातावरण में निवास स्थान
- वांकेनेर और मोरबी के होटल – ₹1000 – ₹4000 रेंज
आस-पास के दर्शनीय स्थल
- रंजीत विलास पैलेस
- रॉयल ओएसिस
- माता खोडियार मंदिर
- ग्रीन चौक, मोरबी
- मणि मंदिर
- ट्रिमंदिर, मोरबी


